मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समक्ष झामुमो का दामन थामा
गढ़वा: झारखंड की राजनीति में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को बड़ा झटका लगा है। पलामू लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद कामेश्वर बैठा, गढ़वा विधानसभा क्षेत्र से बसपा के पूर्व प्रत्याशी और चतरा के लोकसभा प्रभारी वीरेंद्र साव सहित दो दर्जन से अधिक लोगों ने बसपा छोड़कर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का दामन थाम लिया है। ये सभी लोग रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उपस्थिति में झामुमो में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने सभी का झामुमो में स्वागत करते हुए उन्हें माला और पार्टी का पट्टा पहनाकर पार्टी में शामिल किया।
शामिल होने वाले प्रमुख नेता और कार्यकर्ता
बसपा छोड़कर झामुमो में शामिल होने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं में गढ़वा के राजकुमार साव, अंबिका सिंह खरवार, जरही के पूर्व मुखिया यमुना प्रसाद रवि, समाजसेवी अजय साव, शैलेश धवन, बसपा के पूर्व जिला सचिव काशी राम चंद्रवंशी, पूर्व कोषाध्यक्ष अली हुसैन खान, प्रमोद चौधरी, राजकुमार चौधरी, लव कुमार चंद्रवंशी, पंचानंद विश्वकर्मा, विश्रामपुर से वरुण रजक, सुनील रजक और मंदीप कुमार सहित कई अन्य लोग शामिल हैं।
मुख्यमंत्री का संबोधन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी नए सदस्यों का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा, “झारखंड मुक्ति मोर्चा केवल एक राजनीतिक दल नहीं है, बल्कि यह झारखंड के लोगों के हक और सम्मान के लिए एक आंदोलन है। आप सभी के समर्थन से यह संघर्ष और भी मजबूत होगा। हम सभी मिलकर झारखंड के विकास, आदिवासी अधिकारों और सामाजिक न्याय की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाएंगे।”
मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर का स्वागत
गढ़वा के विधायक और राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता, पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने सभी का झामुमो में शामिल होने पर स्वागत किया और उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि इन लोगों के झामुमो में शामिल होने से पार्टी को नई ऊर्जा और मजबूती मिलेगी। साथ ही, गढ़वा के विकास को एक नई दिशा मिलेगी और इन नेताओं की कुशल नेतृत्व क्षमता का लाभ पार्टी को निश्चित रूप से मिलेगा।
इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बाद झारखंड की राजनीति में झामुमो की स्थिति और मजबूत हो गई है। खासतौर पर गढ़वा और पलामू जैसे क्षेत्रों में झामुमो का प्रभाव बढ़ने की उम्मीद है।